बहुत समय पहले की बात है। एक घना जंगल था, जहाँ हर तरफ हरियाली और पेड़-पौधों की भरमार थी। उसी जंगल में रहता था एक बड़ा, ताकतवर और गरजदार शेर — नाम था शेरू।
शेरू बहुत ही बहादुर था। उसकी दहाड़ सुनकर ही जानवर डर जाते थे। लेकिन शेरू के दिल में एक कमी थी — वह बहुत अकेला था। उसके पास कोई दोस्त नहीं था। वह हर दिन जंगल में घूमता, शिकार करता और वापस अपने गुफा में सोने चला जाता।
😔 अकेलापन और उदासी | Short stories in Hindi
एक दिन शेरू ने तालाब के किनारे बैठकर सोचा,
“मुझसे तो सब डरते हैं, कोई मेरे साथ खेलना नहीं चाहता। क्या मैं ज़िंदगी भर अकेला ही रहूंगा?”
तभी एक नन्हीं गिलहरी, जिसका नाम चुनमुन था, पेड़ से उतरकर तालाब पर पानी पीने आई। शेरू ने देखा और धीरे से बोला,
“डरो मत, मैं तुम्हें खाऊँगा नहीं।”
चुनमुन काँपते हुए बोली, “आप… आप सच में नहीं खाओगे?”
शेरू ने मुस्कराकर कहा, “नहीं। मुझे दोस्त बनाना है, दुश्मन नहीं।”
चुनमुन को थोड़ा भरोसा हुआ और वह बोली, “अगर आप वाकई में दोस्ती करना चाहते हैं, तो आपको कुछ बातें सीखनी होंगी।”
📚 दोस्ती का पहला सबक | Short stories in Hindi
चुनमुन ने कहा,
“पहली बात – दोस्ती में डर नहीं होना चाहिए। आप बहुत डरावने हो, थोड़े कोमल बनो।”
शेरू ने सिर हिलाया और बोला, “ठीक है। मैं कोशिश करूँगा कि ज़ोर से न दहाड़ूँ।”
फिर चुनमुन ने कहा, “और दूसरों की मदद करना सीखो। जब तुम मदद करोगे, तो सबको लगेगा कि तुम अच्छे हो।”
शेरू को यह बात बहुत पसंद आई।
🐒 मदद का मौका | Short stories in Hindi
अगले दिन शेरू जंगल में घूम रहा था कि उसे एक आवाज़ सुनाई दी,
“बचाओ! बचाओ!”
वह दौड़कर पहुँचा तो देखा – एक बंदर, जिसका नाम बबलू था, पेड़ से गिरकर एक झाड़ी में फँस गया था।
शेरू ने तुरंत अपने पंजों से झाड़ी हटाई और बबलू को बाहर निकाला।
बबलू डरते हुए बोला, “त…तुमने मेरी मदद की?”
शेरू ने हँसते हुए कहा, “हाँ। मैं अब सबका दोस्त बनना चाहता हूँ।”
बबलू बहुत खुश हुआ। वह बोला, “धन्यवाद, शेरू! मैं तुम्हारा दोस्त बनना चाहूँगा।”
शेरू का दिल खुशी से भर गया।
🎉 जंगल में दोस्ती की शुरुआत | Short stories in Hindi
अब शेरू रोज़ किसी न किसी जानवर की मदद करता। वह नन्हें खरगोशों को रास्ता पार कराता, बकरी की खोई हुई बच्ची को ढूँढकर लाता, और कभी-कभी तो अपने शिकार का थोड़ा हिस्सा भी बाँट देता।
धीरे-धीरे जंगल के जानवरों ने समझ लिया कि शेरू अब पहले जैसा नहीं रहा।
अब शेरू के पास दोस्त थे — चुनमुन गिलहरी, बबलू बंदर, गुड्डू खरगोश, मीना हिरण और कई और।
🎈 दोस्ती का उत्सव | Short stories in Hindi
एक दिन जंगल में सभी जानवरों ने मिलकर एक “दोस्ती का उत्सव” मनाने का सोचा। उन्होंने तालाब के किनारे पेड़ के नीचे रंग-बिरंगी झंडियाँ लगाईं, फल-सब्जियाँ सजाईं और सबने मिलकर गाने गाए।
शेरू बहुत खुश था। उसने बोला,
“मैंने कभी सोचा नहीं था कि एक दिन मैं भी इतना खुश रहूँगा। यह सब मेरी नई सोच और मेहनत का नतीजा है।”
🧠 शेरू की सीख
शेरू अब समझ गया था कि सिर्फ ताकतवर होना ज़रूरी नहीं, दिल से अच्छा होना और दूसरों की मदद करना भी बहुत ज़रूरी है।
वह अब सिर्फ जंगल का राजा नहीं था, वह जंगल का दोस्त भी बन गया था।
🌟 सीख / नैतिक शिक्षा:
सच्चा दोस्त वही होता है जो दूसरों की मदद करे और सबका भला चाहे। घमंड और अकेलापन छोड़कर जब हम दिल से अच्छे बनते हैं, तभी हमें सच्चे दोस्त मिलते हैं।