बहुत समय पहले की बात है। एक सुंदर हरा-भरा जंगल था जिसका नाम था “सतरंगी वन”। इस जंगल में सभी जानवर बड़े प्यार और शांति से रहते थे। जंगल के पेड़-पौधे, नदियाँ और पक्षी सब मिलकर एक सुंदर संगीत जैसा वातावरण बनाते थे।
🦊 नन्ही लोमड़ी – फीफी | Stories in Hindi
इस जंगल में एक छोटी सी लोमड़ी रहती थी, जिसका नाम था फीफी। वह बहुत जिज्ञासु और शरारती थी। उसकी छोटी-छोटी आँखें हमेशा कुछ नया देखने को तरसती थीं। वह रोज़ अपने माँ-पापा से अजीब-अजीब सवाल पूछती –
“मम्मा, आसमान नीला क्यों होता है?”
“पापा, चिड़ियाँ कैसे उड़ती हैं?”
“क्या पेड़ बात कर सकते हैं?”
उसकी माँ मुस्कराकर कहती, “जब तुम बड़ी होगी, तब सब जान जाओगी।”
पर फीफी को इंतज़ार करना पसंद नहीं था। उसे सब कुछ तुरंत जानना था।
🧭 जादुई नक्शा | Stories in Hindi
एक दिन फीफी जंगल में खेल रही थी। तभी उसे एक पुराना पेड़ दिखाई दिया, जो बाकी पेड़ों से कुछ अलग था। पेड़ की जड़ में कुछ दबा हुआ चमक रहा था। उसने जल्दी से मिट्टी हटाई और देखा — एक चमकता हुआ जादुई नक्शा!
नक्शे पर एक रास्ता बना था जो “गुप्त भाग्य वन” की ओर जा रहा था।
फीफी खुशी से चिल्लाई,
“मुझे तो खजाना मिल जाएगा! और फिर मैं सबसे अमीर जानवर बन जाऊंगी!”
उसने नक्शा अपने थैले में डाला और बिना किसी को बताए अकेले निकल पड़ी।
🌲 अनजान रास्ते और दोस्त | Stories in Hindi
जैसे-जैसे फीफी नक्शे के रास्ते पर चलने लगी, जंगल और भी रहस्यमय होता गया। पेड़ खुद-ब-खुद रास्ता बना रहे थे, फूल खिलते जा रहे थे और हवा में हल्की सी जादुई खुशबू थी।
रास्ते में उसकी मुलाकात कुछ नए दोस्तों से हुई:
- 🐢 टोनी कछुआ – जो बहुत धीरे चलता था लेकिन बहुत बुद्धिमान था।
- 🦉 ऊना उल्लू – जिसे जंगल की हर रहस्य की जानकारी थी।
- 🐿️ गोलू गिलहरी – जो फुर्तीला और मजाकिया था।
फीफी ने उन्हें अपनी खोज के बारे में बताया और वे सब साथ निकल पड़े।
🧙♂️ पहली परीक्षा – बुद्धि की | Stories in Hindi
थोड़ी दूर जाकर वे एक बड़े दरवाज़े पर पहुँचे। वहाँ एक पत्थर का उल्लू बैठा था, जिसने गूंजती आवाज़ में कहा:
“अगर जादुई वन चाहिए देखना,
तो पहले पहेली का दो सही उत्तर बताना!”
पहेली थी:
“जो जितना भरता जाए, उतना हल्का हो जाए,
बताओ वो क्या है जो खाली हो तो भारी लग जाए?”
टोनी सोचते हुए बोला, “ये तो… ज्ञान है!”
और पत्थर का उल्लू मुस्कराकर दरवाज़ा खोल देता है।
🧊 दूसरी परीक्षा – धैर्य की | Stories in Hindi
अगले रास्ते में उन्हें एक बर्फीली घाटी मिली। ठंडी हवाएं चल रही थीं और पैर जमते जा रहे थे। फीफी घबरा गई, “मुझे डर लग रहा है! अब आगे नहीं जाऊँगी।”
तभी टोनी ने कहा, “अगर तुम डरोगी तो मंज़िल नहीं मिलेगी। चलो, एक-दूसरे को पकड़ कर धीरे-धीरे चलते हैं।”
सबने एक-दूसरे की पूँछ पकड़ ली और एक साथ चलने लगे। धीरे-धीरे उन्होंने बर्फीली घाटी पार कर ली।
फीफी अब और हिम्मती बन गई थी।
🧝♀️ जादुई परी की सीख | Stories in Hindi
जैसे ही वे आगे बढ़े, एक सुनहरी रोशनी में से एक परी निकली – उसका नाम था “ज्योति”।
ज्योति ने कहा,
“तुमने दोस्ती, धैर्य और बुद्धि दिखाई है। लेकिन अंतिम परीक्षा अभी बाकी है – स्वार्थ बनाम परोपकार।”
उसने एक टोकरी दी जिसमें तीन जादुई फल थे। वह बोली:
“ये फल खाओगे तो हर इच्छा पूरी होगी।
लेकिन इन्हें अकेले खाओ या सबके साथ बाँटो – चुनाव तुम्हारा है।”
फीफी कुछ देर सोचती रही…
वह चाहती तो अकेले खा सकती थी – अमीर बन सकती थी।
पर फिर उसे टोनी, ऊना और गोलू की मदद याद आई।
उसने मुस्कराकर तीनों को फल बाँट दिए।
ज्योति परी खुश हो गई और बोली,
“यही सच्चा खजाना है – मित्रता और निस्वार्थता।”
🌟 सतरंगी पुरस्कार | Stories in Hindi
जादुई वन का रास्ता खुल गया और वहाँ उन्हें मिला – ज्ञान, साहस और खुशियों का खजाना।
वहाँ के फूलों से किताबें बनती थीं, पेड़ों पर संगीत बजता था और हर जानवर एक-दूसरे का दोस्त था।
फीफी ने वह अनुभव अपनी माँ-पापा और पूरे जंगल को बताया।
अब वह सबसे छोटी लेकिन सबसे समझदार लोमड़ी बन गई थी।
🧠 सीख / Moral of the Story:
- जिज्ञासा अच्छी है, पर उसे सही दिशा में प्रयोग करो।
- मित्रता, बुद्धि और धैर्य से कोई भी मुश्किल आसान हो सकती है।
- निस्वार्थ होकर सबके साथ बाँटने में ही असली खजाना है।
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